नौगांव, जागरण प्रतिनिधि : सामाजिक एवं पर्यावरण कल्याण समिति सेवा की
ओर से स्कूली बच्चों को चार दिवसीय कार्यशाला में अनुभव से विज्ञान के
रहस्यों से परिचित कराया गया। यमुना वैली पब्लिक स्कूल में आयोजित
कार्यशाला में प्रखंड के दस स्कूलों के नब्बे बच्चों ने शिरकत की।
कार्यशाला में छठी, सातवीं व आठवीं कक्षा के बच्चों को विशेषज्ञों ने
आम दिनचर्या में होने वाले विभिन्न अनुभवों को विज्ञान के जरिये बच्चों के
सामने प्रस्तुत किया। वहीं बच्चों को विभिन्न घटनाओं और अनुभवों के
वैज्ञानिक आधार से भी रूबरू कराया। सेवा के सचिव शशिमोहन रावत ने बताया कि
देश में शिक्षा क्षेत्र की शीर्ष संस्था प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के विज्ञान
जागरुकता कार्यक्रम के तहत बच्चों में विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के ऐसे
प्रयास उनकी संस्था की ओर से समय समय पर आगे भी किए जाते रहेंगे। कार्यशाला
में राजकीय इंटर कालेज नौगांव, दौलतराम रंवाल्टा, सरस्वती विद्या मंदिर,
बाल विद्या मंदिर, उमा, विद्यालय नौगांव, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
धारीवली, राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल कोटियाल गांव, कन्या जूनियर
हाईस्कूल मुराड़ी राकउमावि मंजियाली, सरस्वती इंटर कालेज नौगांव तथा राजकीय
इंटर कालेज मुंगरा नौगांव सहित दस विद्यालयों की जूनियर कक्षाओं के बच्चों
ने शिरकत की। समापन अवसर पर बच्चों को प्रमाण पत्र भी वितरित कि ये गये।
क्षेत्र में पहली बार हो रही अनुभव आधारित बाल विज्ञान कार्यशाला के संचालन
के लिए नई दिल्ली से चार सदस्यीय टीम के साथ यहां पहुंचे आशुतोष उपाध्याय
ने बताया कि उनकी संस्था ने उलतराखंड में विज्ञान को लोकप्रिय बनाने कि लिए
विशेष पहल शुरू की है। इसके अंर्तगत अनुभव आधारित वाल विज्ञान
कार्यशालाएं, विशेष विज्ञान मेले, साइंस कैम्प तथा विज्ञान शिक्षक
प्रशिक्षण कार्यक्रम किये जाते है।
साभार : दैनिक जागरण
http://www.jagran.com/uttarakhand/uttarkashi-9716630.html