लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर वैज्ञानिकों ने इस रहस्य से पर्दा उठा ही दिया कि स्वतः उगने वाले पौधों में उनके परिवार का प्रसार कैसे होता है। शोधकर्ताओं के समूह ने पौधों की उस प्रणाली का पता लगाया है, जिसमें वे एक पौधे से अनेक पौधों के रूप में फैलते चले जाते हैं।
नर फूलों में होता है कोशिकीय अंडाणु
हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक स्वतः उगने वाले पौधों के फूलों में एक कोशिकीय अंडाणु होता है। यह कोशिकीय अंडाणु नर फूल में छिपा होता है। जब हवा चलती है तो यह अंडाणु मादा फूलों के संपर्क में आता है। मादा फूल से मिलने के बाद इनके संयोग से फूल के बीजों पर एक आवरण चढ़ जाता है। जब यह बीज भूमि पर गिरते हैं तो अन्य पौधों का जन्म होता है।
विविधता को समझने में अहम है रिसर्च
प्रोसिडिंग ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस में प्रकाशित इस रिसर्च में बताया गया है कि इस कोशिकीय अंडाणु का निर्माण हर फूल में नहीं होता। केवल कुछ फूलों में ही ये अंडाणु होते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक जैसे ही नर फूल के अंडाणु मादा फूलों के संपर्क में आते हैं तो अन्य पौधों के उपजने के लिए अन्य बीजों का निर्माण हो जाता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि यह रिसर्च पौधों में विविधता के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
साभार : अमर उजाला कॉम्पेक्ट
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